Our AYURVEDIC MEDICINES

Ayurdham VAJRA-VATI

गठिया बाय, हड्डियों, जोड़ों में दर्द एवं अकड़पन (Stiffness) की आयुर्वेदिक औषधि

आराम 7 दिनों में

कार्य:

  • वात, पित्त एवं कफ को नियंत्रित करता है।
  • नसों से गैस (वात) को निकालकर दर्द कम करता है।

लाभ:

  • हृदय (Heart) के ब्लॉकेज को छोड़कर, सभी प्रकार की नसों की ब्लॉकेज को खोलकर नसों में दर्द एवं सुन्नपन को ठीक करता है।

विशेषता:

  • 100% natural no side effect . quick Relief Certified by FSSAI , WHO-GMP ,ISO and many more.
  • Useful in Joint pain , Rehumatoid Arthritis , Oteoarthritis psorotecrehumatioid arthritis.
  • Ankloysing spondilitis (HLA) . Joint pain due to arthritis , Joint pain due to chikangunia, joint pain due to uric acid . And all kind of joint pain .
  • Frozen shoulder,joint also will cure with this medicine.
  • Its a kind of yog to BHASMA AND PISHTI which can detox to our body from - VATA - PITTA- AND COUGH , AMLA AND KSHAR also.

मात्रा एवं प्रयोग की विधि:

  • एक चम्मच (2 ग्राम) एक गिलास गुनगुने पानी या दूध के साथ लें अथवा अपने डॉक्टर के परामर्श अनुसार लें।

Ayurdham VAINA-cure

गठिया बाय, नसों में दर्द एवं अकड़पन (Stiffness), सर्वाइकल, साइटिका की आयुर्वेदिक औषधि

आराम 7 दिनों में

कार्य:

  • वात, पित्त एवं कफ को नियंत्रित करता है।
  • नसों से गैस (वात) को निकालकर दर्द कम करता है।

लाभ:

  • हृदय (Heart) के ब्लॉकेज को छोड़कर, सभी प्रकार की नसों की ब्लॉकेज को खोलकर नसों में दर्द एवं सुन्नपन को ठीक करता है।

विशेषता:

  • Vaina cure. Its usefull to treat to CERVICAL, SCIATICA, SLIP DISK , NUMBNESS IN VEINS. DIABETIC FOOT, GANGRENE, BURNING SENSATION etc .
  • 100% natural no side effect . quick Relief Certified by FSSAI , WHO-GMP ,ISO and many more.
  • Useful in Joint pain , Rehumatoid Arthritis , Oteoarthritis psorotecrehumatioid arthritis.
  • Ankloysing spondilitis (HLA) . Joint pain due to arthritis , Joint pain due to chikangunia, joint pain due to uric acid . And all kind of joint pain .
  • Frozen shoulder,joint also will cure with this medicine.
  • Its a kind of yog to BHASMA AND PISHTI which can detox to our body from - VATA - PITTA- AND COUGH , AMLA AND KSHAR also.
  • Block naso ko kholne me madad karti hai.
  • Kamjor maso me blood ko circulate karke oxygen ki matra badhane me sahayak hai tatha maso me takat pradaan karti hai.

मात्रा एवं प्रयोग की विधि:

  • एक चम्मच (2 ग्राम) एक गिलास गुनगुने पानी या दूध के साथ लें अथवा अपने डॉक्टर के परामर्श अनुसार लें।

Ayurdham SHUGARA CARE 90

शुगर नियंत्रण एवं कमजोरी की आयुर्वेदिक औषधि

आराम 7 दिनों में

कार्य:

  • शुगर को नियंत्रित कर शुगर के कारण आई कमजोरी की स्थिति को स्वस्थ बनाता है।

लाभ:

  • शुगर में ताकत, शारीरिक, मानसिक, मांसपेशियों का सुकून, नसों, हड्डियों, जोड़ों में दर्द, लीवर व गुर्दे में उत्पन्न रोग, दृष्टि की रोशनी बनाए रखना, घाव भरने में मदद करता है।
  • शरीर में उत्पन्न थकान व कमजोरी को दूर करता है।

विशेषता:

  • Shugara care 90 usefull to treat the Diabetes type 2 it could be reverse permanently if any patients take this medicine consistently.
  • Helps to produce the insulin in our body.
  • Increase the immunity and make good health and stamina.
  • It's cure to specially weakness in our body due to diabetes.
  • Sexual activity will also increase in diabetic patients.
  • The best ayurvedic remedies for diabetes include turmeric, gymnema or Gurmar, fenugreek or methi seeds, jamun, neem, tulsi, giloy, or guduchi and many more.
  • These are the best herbal remedies that can help control and reduce blood sugar or diabetes in our body.
  • Its useful also in diabetic foot to recover the injury due to diabetic.
  • Useful for body pain also due to diabetes.

मात्रा एवं प्रयोग की विधि:

  • एक चम्मच (2 ग्राम) सुबह खाली पेट और एक चम्मच (2 ग्राम) शाम भोजन से पहले गुनगुने पानी के साथ लें।
  • अथवा चिकित्सक के परामर्श अनुसार सेवन करें।

Ayurdham PSORIASIS CARE 40

त्वचा संक्रमण एवं सोरायसिस की आयुर्वेदिक औषधि

आराम 7 दिनों में

कार्य:

  • सोरायसिस, लघु सोरायसिस और सोरियाटिक गठिया का उपचार।
  • सोरायसिस से जुड़ी खुजली, जलन, लाली, पपड़ी और पट्टी से लेकर स्थायी राहत प्रदान करता है।

लाभ:

  • त्वचा को स्वस्थ और मुलायम बनाता है।
  • संक्रमण की पुनरावृत्ति को रोकने में मदद करता है।
  • प्राकृतिक रूप से सूजन और जलन को कम करता है।

विशेषता:

  • कोई दुष्प्रभाव नहीं है (No Side Effect)।

मात्रा एवं प्रयोग की विधि:

  • एक चम्मच (1 ग्राम) सुबह खाली पेट और एक चम्मच (1 ग्राम) शाम को भोजन से पहले गुनगुने पानी के साथ लें।
  • या फिर डॉक्टर के परामर्श अनुसार सेवन करें।
  • सोरायसिस एक स्व-प्रतिरक्षित त्वचा रोग है जो खुजली और बेचैनी का कारण बनता है। प्लाक सोरायसिस इसका सबसे आम प्रकार है। यह त्वचा पर मोटे, पपड़ीदार क्षेत्रों का कारण बनता है। हालाँकि इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन सोरायसिस का उपचार लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। आपका चिकित्सक सोरायसिस के लिए विशेष क्रीम या मलहम लिख सकता है।
  • सोरायसिस क्या है? सोरायसिस एक स्व-प्रतिरक्षी स्थिति है जो आपकी त्वचा में सूजन पैदा करती है। सोरायसिस के लक्षणों में त्वचा के रंगहीन और पपड़ीदार क्षेत्रों का बनना शामिल है। इन मोटे, पपड़ीदार क्षेत्रों को प्लाक कहा जाता है। सोरायसिस एक दीर्घकालिक त्वचा रोग है, जिसका अर्थ है कि यह अप्रत्याशित रूप से बढ़ सकता है और इसका कोई इलाज नहीं है।
  • सोरायसिस के प्रकार क्या हैं? सोरायसिस के कई प्रकार हैं, जिनमें शामिल हैं:
  • प्लाक सोरायसिस : प्लाक सोरायसिस, सोरायसिस का सबसे आम प्रकार है। सोरायसिस से पीड़ित लगभग 80% से 90% लोगों को प्लाक सोरायसिस होता है।
  • इनवर्स सोरायसिस : यह प्रकार आपकी त्वचा की तहों में दिखाई देता है। इसमें बिना पपड़ी वाली पतली पट्टिकाएँ बन जाती हैं।
  • गुटेट सोरायसिस : गुटेट सोरायसिस स्ट्रेप्टोकोकल संक्रमण के कारण गले में खराश के बाद हो सकता है। यह छोटे, लाल, बूंद के आकार के पपड़ीदार धब्बों जैसा दिखता है और अक्सर बच्चों और युवा वयस्कों को प्रभावित करता है।
  • पुस्टुलर सोरायसिस : पुस्टुलर सोरायसिस में प्लाक के ऊपर छोटे, मवाद से भरे उभार होते हैं।
  • एरिथ्रोडर्मिक सोरायसिस : यह सोरायसिस का एक गंभीर प्रकार है जो आपकी त्वचा के एक बड़े हिस्से (90% से ज़्यादा) को प्रभावित करता है। इससे त्वचा का रंग व्यापक रूप से बदल जाता है और त्वचा छिल जाती है।
  • सेबोप्सोरियासिस : यह प्रकार आमतौर पर आपके चेहरे और खोपड़ी पर चिकने, पीले रंग के स्केल के साथ उभारों और प्लाक के रूप में दिखाई देता है। यह सोरायसिस और सेबोरेहिक डर्मेटाइटिस का मिश्रण है।
  • नाखून सोरायसिस : नाखून सोरायसिस के कारण त्वचा का रंग खराब हो जाता है, गड्ढे पड़ जाते हैं और आपके हाथों और पैरों के नाखूनों में परिवर्तन हो जाता है।
  • सोरियाटिक गठिया क्या है? सोरियाटिक गठिया एक प्रकार का गठिया है जो जोड़ों में दर्द और सूजन का कारण बनता है। सोरियाटिक गठिया, सोरियाटिक गठिया की तरह ही, एक स्व-प्रतिरक्षी स्थिति है जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को असामान्य रूप से कार्य करने और लक्षणों का कारण बनती है। सोरियाटिक गठिया से पीड़ित लगभग 3 में से 1 व्यक्ति को सूजन के कारण गठिया भी हो सकता है। सोरियाटिक गठिया का शीघ्र उपचार आपके जोड़ों को होने वाले नुकसान को कम कर सकता है।

Ayurdham ASTHA CARE 20

एलर्जिक अस्थमा की आयुर्वेदिक औषधि

आराम 7 दिनों में

कार्य:

  • अस्थमा, श्वास रोग, ब्रोंकाइटिस, सांस की तकलीफ, खांसी और सीने में जकड़न की प्रतिक्रियाओं से शीघ्र राहत।

लाभ:

  • फेफड़ों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है।
  • सांस लेने में होने वाली कठिनाई को कम करता है।
  • प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।

विशेषता:

  • कोई दुष्प्रभाव नहीं है (No Side Effect)।

मात्रा एवं प्रयोग की विधि:

  • एक चम्मच (2 ग्राम) सुबह खाली पेट और एक चम्मच (1 ग्राम) शाम को भोजन से पहले गुनगुने पानी के साथ लें।
  • या फिर डॉक्टर के परामर्श अनुसार सेवन करें।

Ayurdham VAAT-NASHINI

गठिया बाय, हड्डियों, जोड़ों में दर्द की आयुर्वेदिक औषधि |

आराम 7 दिनों में

कार्य:

  • जोड़ों का दर्द
  • शरीर का दर्द
  • मांसपेशियों का दर्द
  • अचानक होने वाला शरीर दर्द
  • पुराना शरीर दर्द
  • गठिया (Gout) का दर्द

लाभ:

  • दर्द और सूजन को कम करता है।
  • जोड़ों की लचक और गतिशीलता में सुधार करता है।
  • शरीर को थकान और अकड़न से राहत देता है।

विशेषता:

  • कोई दुष्प्रभाव नहीं है (No Side Effect)।

मात्रा एवं प्रयोग की विधि:

  • एक चम्मच (2 ग्राम) सुबह खाली पेट और एक चम्मच (1 ग्राम) शाम को भोजन से पहले गुनगुने पानी के साथ लें।
  • या अपने चिकित्सक के परामर्श अनुसार सेवन करें।
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